ऐसा लग रहा है कि मानो सब कुछ
फिक्स है किक्रेट में ..खासतौर से आई.पी.एल में .बैट्समैन का शाटॅ मारना फिक्स
है,बालॅर का विकेट लेना फिक्स है..फील्डर से कैच छूट जाना फिक्स है,अंपायर का
उंगली न उठाना भी फिक्स है..खुरपेची दिमाग तो ये तक बोल रहा है कि साला मैच ही फिक्स है..लेकिन
तमीज़दार दिल अभी भी कह रहा कि गुरू सब कुछ फिक्स नहीं हो सकता.किक्रट भले ही अब
भद्रजनों का खेल न रहा हो लेकिन अभी भी इस में क्रिकेट का भगवान खेलता है,क्रिकेट
का सबसे बड़ा जेंटलमेन (द्रविड़) खेलता है,सबसे बड़ा मैच विनर(धोनी) खेलता है.
खुरपेची दिमाग फिर से अपनी अकल लगा रहा है और कह रहा है कि ये सब महान
खिलाड़ी फिक्सिंग मामले के बारे में जानते तो होंगे ही, सब जानते हुए भी कोई कुछ
बोल क्यों नही रहा.क्यों चुप है क्रिकेट का भगवान ,क्यों कुछ नहीं बता रहे भारतीय
कप्तान.सवाल तो ये भी है कि क्या सिर्फ श्रीशांत ,चंडीला और चौहान ही थे फिक्सिंग
में शामिल .क्या बाकी सब ईमानदार हैं,या इन पर किसी का आर्शिवाद है ? अगर फिक्सिंग में टीम के मालिक और दूसरे खिलाड़ी
भी शामिल हैं तो सज़ा केवल श्रीशांत ,चंडीला और चौहान ही क्यों भुगतें.लेकिन बात
तो ये ही है कि आज के ज़माने में जो पकड़ा जाए वो चोर और जो बच जाए वो..........खुद
ही डिसाईड कर लीजीए..
Excellent Prashant...☆☆☆☆☆
ReplyDeleteGood
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